पश्चिम बंगाल सरकार (West Bengal) निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपने प्रयासों को तेज करेगी। एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि राज्य में गहरे-समुद्र के बंदरगाह, कोयला खान तथा औद्योगिक गलियारा क्षेत्रों में उद्यमी निवेश कर सकते हैं। पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम (WBIDC) के चेयरमैन राजीव सिन्हा (Rajeev Sinha) ने कहा कि बंगाल के प्रति निवेशकों की धारणा में बदलाव लाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) औद्योगिक विकास को प्राथमिकता दे रही हैं। सिन्हा ने कहा कि वह आगामी बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन के दौरान निवेश प्रतिबद्धताओं को लेकर काफी आशान्वित हैं। इस निवेशक शिखर सम्मेलन का आयोजन डब्ल्यूबीआईडीसी (WBIDC) और उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा संयुक्त रूप से कोलकाता में 21-22 अप्रैल को किया जा रहा है। कोविड-19 (Covid 19) महामारी के बाद देश में यह इस तरह पहला भौतिक आयोजन है।
शिखर सम्मेलन से पहले आयोजित रोड शो के बाद सिन्हा ने कहा, ‘‘आप विज्ञापन देकर धारणा में बदलाव नहीं ला सकते। सभी राज्य सरकारें कहती हैं कि वे सर्वश्रेष्ठ हैं। हमें अपने संपर्क कार्यक्रम को बेहतर करना होगा। हमें लोगों से बात करनी होगी। धारणा में बदलाव विज्ञापनों से नहीं लाया जा सकता। एक-दूसरे से बातचीत के जरिये ऐसा किया जा सकता है।’’
इस सम्मेलन में 15 साझेदार देश होंगे और लगभग सभी देशों की भागीदारी होगी। सिन्हा ने कहा कि कई कंपनियां गंभीरता से बंगाल की ओर देख रही हैं। हमारा प्रयास है कि शिखर सम्मेलन से पहले कुछ रुचि पत्रों (EOI) को अंतिम रूप दिया जा सके।
INPUT- PTI
Also Read- केरल में गोलीबारी में एक की मौत, शराब के नशे में व्यक्ति ने भीड़ पर चलाई गोलियां