10 दिनों से लोग पी रहे थे ‘डेड बॉडी’ का पानी, नगर निगम से शिकायत के बाद खुला ये ‘डरावना सच’

गुजरात के पाटन के सिद्धपुरा इलाके में बीते 10 दिनों से लोग गंदा पानी पीने को मजबूर थे। पानी इस कदर गंदा और बदबूदार की…

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गुजरात के पाटन के सिद्धपुरा इलाके में बीते 10 दिनों से लोग गंदा पानी पीने को मजबूर थे। पानी इस कदर गंदा और बदबूदार की उसे पीते ही उल्टी आ जाती थी। पानी की शिकायत नगर निगम से करने के बावजूद इसकी सुनवाई समय पर नहीं हुई। मजबूरन इलाके की जनता इस गंदे पानी को पीने के लिए मजबूर होती रही। हालत तो तब खराब हो गई जब लगातार इस पानी को पीने के चलते बड़ी संख्या में लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए, तब जाकर नगर निगम हरकत में आया और जब निगम के कर्मचारियों ने पानी की पाइपलाइन की जांच की तो उनके होश उड़ गए।

पाइपलाइन में पड़ी थी डेड बॉडी

दरअसल शहर के एक इलाके के सारे लोग जिस पाइप लाइन से आया हुआ पानी पी रहे थे उसमें एक लड़की की डेड बॉडी पड़ी हुई थी, लड़की का शव वहां पर सड़ रहा था। उसका सिर, हाथ, पैर काट कर शरीर से अलग कर कहीं और फेंक दिए गए थे। जैसे ही कर्मियों ने ये डरावना नजारा देखा वैसे ही उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। कुछ देर बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो वो भी इस डेड बॉडी की हालत देख कर दंग रह गई। जो बुरी तरह से पानी में सड़ा हुआ पड़ा था। वहां पर इतनी तेज दुर्गंध थी कि कोई भी अंदर उसके करीब नहीं जा पा रहा था, काफी मुश्किलों से शव को शिनाख्त करने की कोशिश की गई लेकिन शव इतनी बुरी तरह सड़ा हुआ था कि उसे पहचानना मुश्किल हो रहा था।

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इस पानी की टंकी से हो रही थी सप्लाई

शादी के 5 दिन पहले लापता हुई थी लड़की

इसके बाद पुलिस ने इस लड़की के बारे में पता किया, तो जानकारी मिली कि जिस लड़की की ये डेड बॉडी है, उसका नाम लवीना है। उसकी 12 मई को अहमदाबाद में शादी होने वाली थी। लेकिन इसके 5 दिन पहले वह 7 मई को लापता हो गई थी। जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। वह सिद्धपुर इलाके के ही राजपुर इलाके में गुरुनानक सोसाइटी में रहती थी। लवीना ने अपनी शादी के लिए तैयारियां भी की हुई थीं उसने प्री वेडिंग फोटोशूट भी करा लिया था।

7 मई की शाम को लवीना घर से गुरुद्वारे जाने की बात कहकर निकली थी। वो रोज ही शाम को गुरुद्वारे जाती थी। लेकिन काफी देर के बाद भी वो घर वापस नहीं लौटी। देर रात तक भी वो जब घर नहीं आई तो परिजनों ने सिद्धपुर थाने में गुमुशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। लेकिन पुलिस ने इस केस को गंभीरता से लिया ही नहीं। पुलिस के लचर रवैए के चलते लवीना का कोई पता नहीं लग सका। इस बात को जब 5 दिन हो गए।

पूरे इलाके में आने लगा था गंदा पानी

इधर पूरे सिद्धपुर के लोगों के घरों में गंदा पानी आने लगा था। जब आखिर 16 मई को नगर निगम के कर्मियों ने इसकी जांच की तो वे पानी की पाईप लाइन के उस हिस्से में पहुंचे जहां लवीना का शव फंसा हुआ था, क्य़ोंकि लवीना का सिर, हाथ, पैर कटे हुए थे, इसलिए पहली नजर में तो कर्मी यही पहचान नहीं सके कि ये शव इंसान का है। उन्होंने किसी जानवर का ये शव समझा, उन्होंने पास जाकर जब शव को बाहर निकाले की कोशिश की तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।

इस तरह मिले शव के पैर, सिर और हाथ अब तक नहीं मिला

पुलिस ने लवीना के शरीर के टुकड़े ढूंढने की कड़ी मशक्कत की। पुलिस ने रोबोटिक कैमरे की मदद से पाइपलाइन के अंदर की जांच की और फुटेज निकलवाए। लेकिन इसमें भी पुलिस को कुछ नहीं मिला। इसके बाद पुलिस की टीम ने एक प्लान बनाया। टीम ने पानी की टंकी को पूरा भरवा लिया और एक झटके में पानी को छोड़ दिया, झटके साथ तेज बहाव में लवीना के दोनों पैर पाइपलाइन में आकर अटक गए। पुलिस ने पैर पाइपलाइन के बाहर फेंक दिए। लेकिन लवीना के सिर और हाथ पुलिस को नहीं मिले। यह शव लवीना की ही है उसके लिए लवीना के माता-पिता का डीएनए और शव का डीएनए मैच कराया गया। जो सही निकला।

अब तक हत्या का नहीं हुआ खुलासा

पुलिस ने लवीना की हत्या की आशंका जताते हुए सीसीटीवी फुटेज निकलवाए जिसमें एक में लवीना के पीछे दो लोग उसके पीछे चलते नजर आ रहे हैं। लेकिन अब तक ये खुलासा नहीं हो पाया है कि लवीना की मौत आखिर कैसे हुई, किसने उसकी हत्या की और क्यों की, हत्या के बाद शव पानी की पाईपलाइन में कैसे घुस गया। इन सवालों के जवाब अब तक लवीना के परिजनों को नहीं मिले। हालांकि सिद्धपुर इलाके के पाइप लाइन से सारा गंदा पानी बाहर निकलवाकर टंकी साफ कराकर पानी को शुद्ध करने के लिए क्लोरीन समेत रसायन मिलाया गया। तब जाकर शुद्ध पानी की सप्लाई शुरू हुई।

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