President Election 2022: भारत में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होना है। राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ-साथ सियासी सरगर्मी भी तेज हो गयी है। मंगलवार को बीजेपी के अगुआई वाला गठबंधन NDA और विपक्ष ने राष्ट्रपति उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (draupadi murmu) को अपना उम्मीदवार घोषित किया है वही विपक्ष पार्टियों ने TMC नेता यशवंत सिन्हा (yashwant sinha) को अपना संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया है। 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में कौन किस बार भारी पड़ेगा यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा।
असल में यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर विपक्ष पार्टियों की पहली पसंद नहीं थे। विपक्ष पार्टियां शरद पवार, फारुख अब्दुल्ला, गोपाल कृष्ण गाँधी और देवगोंडा में से किसी एक नाम को अपना उम्मीदवार खड़ा करना चाहती थी लेकिन इन सब ने राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया था जिसके बाद यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने काफी विचार विमर्श के बाद अपना संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया है। सिन्हा पहले से ही उमीदवार बनना चाहते थे ऐसे में उनके नाम पर अंतिम मुहर लगा दी गयी।
यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति का उम्मीदवार घोषित किये जाने के कुछ देर बाद ही NDA ने ओडिशा की आदिवासी नेता और झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार घोषित कर सबको चौका दिया। द्रौपदी मुर्मू रायरंगपुर से विधायक रह चुकी है। अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव जीतती है तो वह भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति और पहली आदिवासी राष्ट्रपति होगी।
राष्ट्रपति का चुनाव सभी राज्यों के विधायक और लोकसभा और राज्यसभा सांसद मिलकर करते है। राज्यों के हिसाब से विधायकों के वोटों की वैल्यू अलग- अलग होती है और सांसदों के वोटों की वैल्यू एक सामान होती है। राष्ट्रपति चुनाव में पड़ने वाले वोटों को वैल्यू कुल मिलाकर 10.86 लाख होती है और राष्ट्रपति उम्मीदवार को चुनाव जीतने के लिए लिए 5.43 लाख वोट चाहिए। NDA के पास 5.26 लाख वोट है और द्रौपदी मुर्मू को जीतने के लिए 17000 वोट और चाहिए।
चुनाव में NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा अधिक भारी पड़ता नज़र आ रहा है। NDA को वोटों की कमी पूरी करने के लिए BJD और JDU के समर्थन की जरूरत पड़ेगी। नविन पटनायक की BJD के पास 31,000 वैल्यू के वोट है. पटनायक के समर्थन के बाद द्रौपदी मुर्मू को मिलने वाले वोटों की वैल्यू 5.57 लाख हो जाएगी। JDU का सर्मथन इसलिए अहम है की अगर नितीश मुर्मू को समर्थन नहीं करते है तो NDA को अतिरिक्त वोट जुटाने पड़ेगे। ऐसे में अगर BJD और JDU का समर्थन मिल जाता है तो द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है।
देश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान अगले महीने 18 जुलाई को होगा और चुनाव की मतगणना 21 जुलाई को की जाएगी। 25 जुलाई को देश के 15 वे राष्ट्रपति चुने जाएंगे।