जयपुर- केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी (Petrol Diesel Excise Duty) कम करने को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता के साथ धोखा बताया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में दस रुपए बढ़ाने के बाद अब दस रुपए कम किए गए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में आमजन पर जो महंगाई की मार पड़ रहीं है, उसमें पेट्रोल-डीजल के दामों लगातार हो रही बढ़ोतरी प्रमुख कारण है।
उन्होंने कहा कि जब यूपीए सरकार थी तो क्रूड ऑयल का दाम 140 डॉलर (Petrol Diesel Excise Duty) प्रति बैरल पहुंच गए थे। उस वक्त यूपीए गवर्नमेंट में 70 रुपए से ऊपर भाव नहीं गया। उस समय पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी दस रुपए से कम थी। अब आम जनता को तो ये बातें वो बताते नहीं हैं, छिपाते हैं। फिर भी, उन्होंने एक्साइज ड्यूटी 10 रुपए से बढाकर 32 रुपए तक कर दी।
गहलोत ने कहा कि आम जनता नहीं मालूम कि उसमें मुख्य एक्साइज (Petrol Diesel Excise Duty) ड्यूटी में राज्यों को वापस हिस्सा बंटता था। एक्साइज ड्यूटी इकट्ठा होती थी, वापस बंटती थी राज्यों को, वो अब नहीं के बराबर कर दिया है। अब एडिशनल एक्साइज ड्यूटी इतनी बढ़ा दी कि भाव आसमान छू रहे हैं। ये ड्यूटी केंद्र के खाते में जा रही है। सीएम ने कहा कि वैसे तो चुनावों की घोषणा होते ही पेट्रोल-डीजल के सारे प्राइस बढ़ने बंद हो गए थे।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कम करने वाली सरकार ने (Petrol Diesel Excise Duty) आज ही 71 पैसे और बढ़ा दिए हैं। इनको मालूम है कि आम जनता को पता नहीं लगेगा। मैं समझता हूं कि ये परम्परा अच्छी नहीं है, जनता को अभी राहत देने का वक्त है। अभी क्योंकि कोरोना की अलग मार पड़ी हुई है, रोजगार लोगों को मिल नहीं रहा है, महंगाई बढ़ रही है।
सीएम ने कहा, यूपी चुनाव समाप्त हुए और लगभग 10 (Petrol Diesel Excise Duty) रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए। कल घोषणा की है कम करने की, इसके मायने क्या हुए, 9 रुपए कम कर दिए, ये जनता को धोखा देने वाली बात है।
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