आज वर्ल्ड ऑटिज्म अवेयरनेस डे है। ये दिन हर साल 2 अप्रैल को लोगों को ऑटिज्म के प्रति जागरुक करने के लिए मनाया जाता है। ऑटिज्म की बीमारी पर हॉलीवुड और बॉलीवुड में कई फिल्में बन चुकी हैं।
इस कड़ी में शाहरुख खान की फिल्म 'माई नेम इज खान' से लेकर आमिर खान की फिल्म ‘तारे जमीन पर’ तक है। ये दोनों ही फिल्में 10 साल पहले आई थी। इन फिल्मों ने लोगों को ऊपर काफी असर डाला था।
आपको बता दें कि, ऑटिज्म एक ऑटो इम्यून बीमारी है। जिससे पीड़ित व्यक्ति का दिमाग दूसरे लोगों के दिमाग की तुलना में अलग तरीके से काम करता है।
जिन लोगों को ऑटिज्म होता है उन्हें आम लोगों की तुलना में पढ़ने-लिखने में और समाज में मेलजोल बनाने में परेशानियां आती हैं। आज हम कुछ ऐसी फिल्मों की बात करेंगे जो ऑटिज्म पर अधारित है।
तारे जमीन पर- साल 2007 में आई आमिर खान की फिल्म में दर्शील सफारी ने एक ऑटिज्म से पीड़ित बच्चे का रोल निभाया था। इस फिल्म में उस बच्चे की जर्नी और संघर्षो को बखूबी दिखाया गया था।
2005 में आई फिल्म ब्लैक में लीड रोल में अमिताभ बच्चन और रानी मुखर्जी थी। फिल्म में लड़की का कठनाईयों भरा जीवन दिखाया गया है। साथ ही प्रूफ किया गया कि, थोड़ी सी मदद चमत्कार कर सकती है।
फिल्म बर्फी में प्रियंका चोपड़ा का किरदार ऑटिस्टिक इंसान के रूप में दिखाया गया था। अनुराग बसु ने जिस तरह से इस किरदार को दिखाया है वो काबिले तारीफ है।
फिल्म My Name is Khan में किंग खान की ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्ति की एक्टिंग काबिले तारीफ थी। पूरी फिल्म ऑटिज्म से पीड़ित लोगों की परेशानी को अच्छे से दर्शाती है।