शादी एक पवित्र बंधन होता है, साथ ही जीवन की बहुत बड़ी पूंजी भी है। बच्चों की शादी के लिए परिवार उनके बच्पन से ही पैसा जोड़ना शुरु कर देता है। जिससे उनके बच्चों की शादी धूमधाम से हो।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए गहलोत सरकार ने अन्तर्जातीय विवाह के लिए 10 लाख रुपए की प्रोतिसाहन राशि देने की स्वीकृतिदे दी है।
आपको बता दें कि, सविता बेन अम्बेडकर योजना के अंतर्गत अन्तर्जातीज विवाह की प्रोत्साहन राशि को गहलोत सरकार ने 5 लाख रुपए से बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दिया है।
जैसे-जैसे देश आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे जरूरत है लोगो को जागरूक होने की। इसलिए सरकार ने इस धन राशि को बढ़ाने का फैसला किया है।
इस स्कीम में 5 लाख रुपए 8 सालों के लिए फिक्स्ड डिपोजिट किए जाएंगे। बाकी 5 लाख रुपए संयुक्त बैंक खाते में जमा कर दिए जाएंगे। इस स्किन का लाभ उठाने के लिए आपको निम्न चीजे चाहिए होगी।
इस राशि को बढ़ाने के पीछे सरकार का उद्देश्य ये था कि, जिन युवाओं को दूसरी जाती में शादी करने की वजह से समाज परेशान कर रहा है उन्हें सरकार सहारा देगी।
अंतर्जातीय विवाह प्रमोशन स्कीम का लाभ उठाने के लिए आपको मैरेज सर्टिफिकेट चाहिए होगा। याद रहे इस स्कीम का लाभ उन्हीं लोगों को मिलेगा जिन्होंने दूसरी जाती में विवाह किया होगा।
बताते चले कि, इस योजना का लाभ उन लोगों को मिल पाएंगा एक तो जो दूसरी जाति में विवाह कर रहे हैं और दूसरा जिनकी उम्र 35 साल से कम है।