बारां। जिले के छीपाबड़ौद कस्बे में सर्राफा कारोबारी की दुकान से 125 किलो की डकैती मामले में पुलिस को बड़ी मिली सफलता है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनसे पूछताछ में सामने आया कि स्थानीय बदमाशों ने दुकान में डकैती की साजिश रची और अंतर्राज्जीय गैंग ने वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल, पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
एसपी कल्याणमल मीणा ने शुक्रवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस ने गुरुवार शाम स्थानीय आरोपी तेजसिंह पुत्र लक्ष्मण गुर्जर निवासी बिसलाई, प्रमोद पुत्र भवानीशंकर सोनी निवासी छीपाबड़ौद, प्रमोद पुत्र महावीर ब्राह्मण निवासी छीपाबड़ौद और सूरज खरवाल पुत्र हरिप्रसाद निवासी छबड़ा को दबिश देकर गिरफ्तार किया। साथ ही आरोपियों के पास से घटना को अंजाम देने के बाद बंटवारे में मिली करीब 5 किलो चांदी और घटना में प्रयुक्त एक कार को बरामद किया। बारां एसपी ने बताया कि आरोपी वारदात करने से पहले रैकी करते थे, उसके बाद घटना को अंजाम देते थे। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने आपस में संपर्क होने के बाद दुकान को चिन्हित कर वारदात की योजना बनाई। इसके लिए अंतर्राज्जीय गैंग के पवन पुत्र बापुड़ा, गंगु पुत्र बापुड़ा, देवेंद्र पुत्र राधेश्याम, रामकिशोर, केदार पुत्र बाबु, सोनू पुत्र रामप्रसाद, संजय पुत्र चतरसिंह, मिथुन पुत्र माखन निवासी मध्यप्रदेश से संपर्क किया। जिसके बाद सभी आरोपी बल्लु सांसी और सूरज खारवाल की गाड़ी से यहां आए और स्थानीय आरोपियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
ये था पूरा मामला
गौरतलब है कि छीपाबड़ौद कस्बे में 12 फरवरी को सर्राफा कारोबारी गौतमचंद महाजन निवासी सर्राफा बाजार होली का खूंट की दुकान में घुसकर आधा दर्जन से ज्यादा बदमाश 125 किलो चांदी व जेवरात लूटकर फरार हो गए थे। इस मामले में पीड़ित ने छीपाबड़ौद थाने में मामला दर्ज कराया कि मेरे मकान के नीचे की मेरी दुकान है। 11 फरवरी की शाम जब दुकान बंद कर ऊपर आ गया तो देर रात करीब 3 बजे कुछ आवाज सुनाई दी। जब बाहर निकलकर देखा तो 8-9 आदमी 6-7 कट्टों में दुकान सामान भरकर ले जाते दिखे। नीचे आकर देखा तो दुकान का शटर और तिजोरी टूटी हुई मिली। हालांकि, जब तक सभी आरोपी मौके से भाग गए।