जयपुर। राजस्थान में चुनावी शोर के बीच ईडी की एक के बाद एक ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। शुक्रवार को ईडी की टीम ने जल जीवन मिशन घोटाले मामले में जलदाय विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी सुबोध अग्रवाल सहित कई अधिकारियों के आवास पर रेड की है। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर केंद्रीय एजेंसियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई देश की प्रीमियर एजेंसियां हैं। आय से जुड़े अपराधों पर लगाम कसने के लिए देश को इनकी जरूरत है। लेकिन अब इनका ध्यान डायवर्ट हो गया है और अब ये राजनीतिक दलों के पीछे ही आ रही हैं।
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सीएम गहलोत ने क्या इतने बड़े देश में कोई आर्थिक अपराध नहीं हो रहा है। ईडी को ललित मोदी, नीरव मोदी और विजय माल्या को पकड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि ईडी बिना केस के पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटसरा के घर पर गई। मेरे बेटे वैभव गहलोत को नोटिस थमा दिया। जबकि उनका किसी भी तरह के अपराध से कोई लिंक नहीं है। मेरे बेटे को नोटिस देकर बुलाया लिया। डोटसरा के बेटों को भी नोटिस देकर बुलाया है। ऐसे करने से ईडी को ही नुकसान है। ऐसा करने से सुरक्षा एजेंसियों की साख गिर रही है।
ईडी का व्यवहार खुद के हित में नहीं
सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी हमारे देश की प्राइमर एजेंसियां है। लेकिन, ईडी जिस तरह का व्यवहार पूरे देश में कर रही है, वो उनके खुद के हित में नहीं है। हम चाहते है कि ये एजेंसियां मजबूत रहे, तभी अपराधियों में भय रहेगा। लेकिन, इन दिनों सुरक्षा एजेंसियां जो कर रही है, वो देश हित में नहीं है और चिंता का विषय है।
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