इन दिनों पूरे देश में बारिश और बाढ़ से लोगों का बुरा हाल हो रखा है। ऐसे में बीमारियों का आना आम बात है, लेकिन इस मौसम में कुछ बिमारिया ऐसी भी होती हैं जिसकी वजह से आपके शरीर पर काफी गहरा प्रभाव पड़ सकता है। इस मौसम में कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) की समस्या होना आम है। रिपोर्ट्स की माने तो आंखों की इस समस्या की चपेट में आए मरीजों की संख्या 50-60 प्रतिशत तक बढ़ी है। वहीं इसी में से ऐक बीमारी है पिंक आई इंफेक्शन। चलिए जानते हैं क्या है पिंक आई इंफेक्शन और कैसे करें इससे बचाव।
क्या होता है पिंक आई इंफेक्शन
पिंक आई इंफेक्शन एक आम आंख रोग है जिसमें आंख के आसपास की सफेद भाग और आंख के सफेद भाग के बीच में लाल रंग का इंफेक्शन होता है। यह इंफेक्शन आंखों के बिलकुल सामने स्थित अंडकोष (conjunctiva) के रंग को पिंक कर देती है, जिससे इसे “पिंक आई” भी कहा जाता है।
पिंक आई इंफेक्शन के कुछ मुख्य लक्षण
आंख में जलन और खराश या खुजली का अनुभव होना।
आंख के सफेद भाग में लाल रंग का बदलाव दिखाई देना।
पलकों के पास मैल जमा होना और सुस्त दिखना।
आंखों से पानी या कईयों का बहना।
पिंक आई इंफेक्शन के कारण
वायरल इंफेक्शन- अधिकांश पिंक आई के मामूले रूप से कारण वायरसी इंफेक्शन होता है, जिसमें सर्दी-जुकाम वाले वायरस या आंखों से संक्रमित होने वाले वायरस शामिल होते हैं।
बैक्टीरियल इंफेक्शन- यह भी एक आम कारण है, जिसमें बैक्टीरिया आंख के आसपास की सतह पर विकसित होते हैं और इंफेक्शन का कारण बनते हैं।
फंगल इंफेक्शन- सफाई न करने से आंख के आसपास की सतह पर फंगल इंफेक्शन विकसित हो सकते हैं जो पिंक आई इंफेक्शन का कारण बनते हैं।
पिंक आई इंफेक्शन से बचाव के उपाय
अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोना और आंखों को अनचाहे संपर्क से बचाने के लिए अपने हाथों का इस्तेमाल न करें।
आंखों के संपर्क में आने वाले वस्त्र, टॉवल, या साझा सम्पदा का इस्तेमाल न करें।
आंखों को साफ करने के लिए साबुन और गर्म पानी का उपयोग करें।
पिंक आई इंफेक्शन से पीड़ित होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और उनकी सलाह के अनुसार दवाएँ लें।
इससे बचाव के लिए हमेशा सावधान रहें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, ताकि आप पिंक आई इंफेक्शन और अन्य आंख सम्बंधी समस्याओं से बच सकें।